Ae biyaban e Arab Lyrics ऐ बयाबान-ए-अरब तेरी बहारों को सलाम तेरे फूलों को तेरे पाकिज़ा ख़ारों को सलाम जबल-ए-नूर ओ जबल-ए-सौर और उनके घरों को सलाम नूर बरसाते पहाड़ों की कितारों को सलाम झूमते हैं मुस्कुरातीं हैं मुग़ीरान-ए-अरब ख़ूबसूरत वादियों को रेग-गुज़ारों को सलाम रात दिन रहमत बरसती है जहां पर झूम कर उन […]