Durood E Ahle Bait Pyare Nabi Ki Zaat Par Rab Ka Durood Hai Lyrics

प्यारे नबी की ज़ात पर रब का दुरूद है
सरकारे दो जहां पर सब का दुरूद है
ज़हरा पे भेजते जो दुरूदो सलाम है
वो सच्चे गुलामे मुस्तफ़ा है नेक नाम है
जन्नत में फातिमा की कनीज़े जहां रहे
या रब मेरी दुआ है मेरी माँ वहां रहे
अल्लाह के शेर हैदर-ए-करार पर दुरूद
हज़रत हसन हुसैन के किरदार पर दुरूद
ज़ैनब की बरगाह में सलाम-ए-नियाज़ है
जो मुर्तज़ा की लाडली ज़हरा का नाज़ है
पढ़ते हैं गर दुरूद तो मिलता सवाब है
भेजे अगर सलाम तो आता जवाब है