DAM BA DAM ALLAH HO ALLAH HO (HAMD) NAAT LYRICS
दम बा दम अल्लाह हो अल्लाह हो
हर जगह हर घड़ी हर जगह हर घड़ी हर कदम अल्लाह हो
अल्लाह हय अल्लाह हय अल्लाह हय अल्लाह हय
लम्हा लम्हा बितार हो तेरे जिक्र में
जिंदगी का सफर हो तेरे जिक्र में
बस ज़बाँ नगमगर हो तेरे जिक्र में
दिल मेरा शाम हो शाम-ए-हरम अल्लाह हो
हर कली हर समर लहलहाते शजर
चाँदनी कहकशाँ नूरी शम्स-ओ-कमर
ये ज़मीन ये फलक बलके हर खुश्क-ओ-तर
कर रहे हैं सना सब बहम अल्लाह हो
अज़मतों रिफ़्तों के निशां तेरे हैं
ऐ खुदा ये ज़मीं आसमां तेरे हैं
मालिक-ए-दो जहाँ इन्स-ओ-जान तेरे हैं
तू हमारा है और तेरे हम अल्लाह हो
उस की कुदरत किरण दर किरण दर किरण
उस की नद्दत चमन दर चमन दर चमन
उस की मिदहत पवन दर पवन दर पवन
लिखूँ जा घर कलम बा कलम अल्लाह हो