Ay Deen E Haq Ke Rahebar Tum Par Salam Har Dam LYRICS
ऐ दीन-ए-हक़ के रहबर
तुम पर सलाम हर दम
मेरे शफ़ी-ए-महशर
तुम पर सलाम हर दम
इस बे-कसोए अज़ी पर
जो कुछ गुज़र रही है
ज़ाहिर है सब वो तुम पर
तुम पर सलाम हर दम
बंदा तुम्हारे दर का
आफ़त में मुब्तला है
रहमे हबीबे दवार
तुम पर सलाम हर दम
लिल्लाह अब हमारी
फ़रियाद को पहुंचिए
बेहद है हाल अब्तर
तुम पर सलाम हर दम
कोई नहीं है मेरा
मैं किस से दाद चाहूं
सुल्ताने बंदा परवर
तुम पर सलाम हर दम
बुलवा के अपने दर पर
अब मुझको दीजिये इज़्ज़त
फिरता हुं ख़ार दर दर
तुम पर सलाम हर दम
मुज्तज से तुम्हारे
करते हैं सब किनारा
बस एक तुम्हीं हो यावर
तुम पर सलाम हर दम
अपने गदा-ए-दर की
लीजिये ख़बर ख़ुदारा
कीजिये करम हसन पर
तुम पर सलाम हर दम
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