Arsh Ka Dulha Aaya Hain Naat Lyrics
आलम में बरात रची है
अर्श का दूल्हा आया है
जुगमुग जुगमुग दुनिया सजी है
अर्श का दूल्हा आया है
अर्श से उतरा नूर, ख़ुदा का
नूर बदामन सारी दुनिया
इनकी ज़िआ से ये चमकी है
अर्श का दूल्हा आया है
कुफ़्र की बू कफ़ूर हुई है
शाह-ए-दिना की आमद से
खुशबू-ए-ईमान पहली है
अर्श का दूल्हा आया है
खुशियों के फुवारे उबले
कैसी मस्ती छाई है
घर घर में शादी उतरी है
अर्श का दूल्हा आया है
निखरे निखरे गुलशन सारे
रंग अजब हैं फूलों के
डाली डाली यूं महकी है
अर्श का दूल्हा आया है
हूर-ओ-गिलमान सराए मलाईक
जिन्न-ओ-इंसान ताबए हैं
दोनों आलम पर शाही है
अर्श का दूल्हा आया है
फर्श पे चमका अर्श का तारा
अमीना बी के घर उतरा
दो आलम में धूम मची है
अर्श का दूल्हा आया है
मैराज की मंज़िल पे उजागर
तन्हा फ़ैज़ सरवर हैं
बाराती हर एक नबी हैं
अर्श का दूल्हा आया है