Ala Ya Ayyuhas Saqi Adir Ka Saww Navilhaa Lyrics
अला या अय्युहास साकी, अदिर कासा नाविल्हा
के बर याद-ए शह-ए कौथर बना साज़ीम महफ़िल्हा।
बला बारीद हुब-ए शेख-ए नज्दी, बर वहाबिया
के इश्क़ आसां नुमूद अव्वल, व ले उफ़्ताद मुश्किल्हा।
वहाबी गर चे इख़्फ़ा मै कुनद बग़्ज़-ए नबी लैकिन
निहां के मानिद आं राज़े कज़ू साज़ंद महफ़िल्हा।
तवाहुह गाह-ए मुल्क-ए हिन्द इक़ामत रा नमी शाएद
जरस फरियाद मी दारद के बरबन्दीद महमिल्हा।
सलाये मजलिसम दर गोश आमद बीं बिया बिशिनव
जरस मस्ताना मी गोयद के बरबन्दीद महमिल्हा।
मगरदां रू अज़ीन महफ़िल रह-ए अरबाब-ए सुन्नत रोव
के सालिक बे-ख़बर नबूद ज़ि राह व रस्म-ए मंजिल्हा।
दर इन जल्वत बीया अज़ राह-ए खल्वत ता खुदा याबी
मता-ए मा तल्क मन थवै, दा इल-ए दुनिया ओ अम्हिल्ल्हा।